बुराड़ी विधानसभा से बीजेपी के दयानाथ झा हो सकते हैं नए चेहरे, पार्टी के सूची में टॉप पर!

नई दिल्ली। 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने तैयारी तेज कर दी है। उनका पूरा फोकस इसी बात पर है कि कैसे इन चुनावों में आम आदमी पार्टी का विजय रथ रोका जाए। इसके लिए दिल्ली बीजेपी नेतृत्व के द्वारा लगातार बैठकें की जा रही है। उनकी योजना राष्ट्रीय राजधानी की सभी 70 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम फाइनल करने पर है। भलेही आम आदमी पार्टी ने सभी सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। इसके बावजूद भी बीजेपी जल्दबाजी के मूड में नहीं दिख रही है। स्पष्ट है कि बीजेपी इसबार काफी सोंच समझकर हर एक सीट पर उम्मीदवार फाइनल करने के लिए विशेष रणनीति के तहत काम कर रही है। बीजेपी सूत्रों की माने तो दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए दो से तीन संभावित कैंडिडेट्स के नाम शॉर्टलिस्ट किए गए हैं। ये फैसला पार्टी कार्यकर्ताओं से रायशुमारी के बाद और कई सर्वे के आधार पर लिया गया। बीते गुरुवार शाम को दिल्ली में बीजेपी राज्य चुनाव समिति (एसईसी) की बैठक हुई, जिसमें चुने गए उम्मीदवारों पर विचार-विमर्श हुआ। हालांकि, बीजेपी की फाइनल लिस्ट केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद ही जारी की जाएगी।
बीजेपी इसबार पूर्वांचली वोटरों किसी भी तरह अपने पाले में करना चाहती है लेकिन इन सीटों पर दावेदारों की सूची भी कम नहीं है। दिल्ली एनसीआर के मैथिल व पूर्वांचली समाज के उद्योगपति, ब्यूरोक्रेट व समाजसेवी जैसे तमाम लोग टिकट के लिए प्रयासरत बताये जा रहे हैं। बात अगर बुराड़ी विधानसभा का ही कर लें तो यहां से बीजेपी के गोपाल झा, दयानाथ झा (अनिल झा), मनोज मिश्रा, आदित्य झा, दीपक त्यागी, चंचल त्यागी , ब्रजेश राय आदि भी टिकट की दावेदारी कर रहें हैं लेकिन बीजेपी सुत्रों के मुताबिक जो दो तीन नामों को शार्टलिस्टेड किया गया है उनमें दयानाथ झा (अनिल झा) का नाम लगभग फानइल बताया जा रहा है! गोपाल झा को बीजेपी पूर्व में आजमा चुकी है। पिछलीबार यह सीट जेडीयू कोटे में चली गई थी जिसे आम आदमी पार्टी के उम्मीवार संजीव झा से प्रचंड हार का सामना करना पड़ा था। इसलिए पार्टी इसबार नये चेहरे पर दाव लगाना चाह रही है।
बता दें कि दयानाथ झा बीजेपी के कर्मठ कार्यकर्ता के साथ- साथ मिथिला एवं पूर्वांचलियों के सेवाओं में अपनेआप को सदैव समर्पित करने वाले व्यक्तित्व के तौर पर क्षेत्र में जाने जाते हैं।
बताते चलें कि कोरोना काल में 50 हजार से अधिक लोगों तक मेडिसीन, मेडिकल कीट पहुंचाने की बात हो, बिहारी स्वाभिमान को लेकर आयोजित बिहार शताब्दी समारोह में लाखों पूर्वांचलियों के साथ कार्यक्रम को सफल बनाने की या फिर बुराड़ी में बाबा विद्यापति के स्मृति में भव्य समारोह का आयोजन करने की। सभी कार्यक्रमों में इनकी महत्वपूर्ण सहभागिता रही है। वहीं, गोपाल झा का भी पार्टी संगठनों के साथ काफी अच्छा तालमेल रहा है। अब तो यह आनेवाल समय ही तय करेगा की बीजेपी बुराड़ी से नये चेहरे पर दांव खेलती है या भी पुराने पर भरोसा!